अंडर-19 महिला टी20 विश्व कप के फाइनल में भारत ने इंग्लैंड को सात विकेट से हराकर खिताब अपने नाम कर लिया। टीम इंडिया ने इस विश्व कप के पहले संस्करण को जीतकर इतिहास रच दिया है। इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत के सामने 69 रन का लक्ष्य रखा था और टीम इंडिया ने तीन विकेट खोकर इसे हासिल कर लिया।
भोपाल की धाकड़ बल्लेबाज सौम्या तिवारी के 37 गेंद पर 3 चौकों की मदद से नाबाद 24 रन व् तृषा के 24 रनों की पारी की बदौलत भारत ने महिला अंडर-19 टी20 विश्व कप जीत लिया है। फाइनल मैच में टीम इंडिया ने इंग्लैंड ने सात विकेट से हराया। इस मैच में इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 68 रन बनाए थे। टीम इंडिया ने यह आसान लक्ष्य तीन विकेट खोकर हासिल कर लिया। इसके साथ ही भारत ने पहला महिला अंडर-19 टी20 विश्व कप अपने नाम किया। भारतीय महिला टीम पहली बार आईसीसी का कोई भी टूर्नामेंट जीतने में सफल रही है। तितास साधू 4 ओवर में 6 रन दे कर 2 विकेट ले कर प्लेयर आफ द मैच रही।
दो विकेट जल्दी गिरने के बाद भारतीय टीम दबाव में आ गई थी, लेकिन सौम्या तिवारी और गोंगडी त्रिशा की जोड़ी ने तीसरे विकेट के लिए 46 रन की शानदार साझेदारी की। हालांकि, गोंगडी त्रिशा भारत की जीत से ठीक पहले आउट हो गईं। उन्होंने 29 गेंद में 24 रन बनाए। अंत मे सौम्या तिवारी ने मैच खत्म किया। उन्होंने 37 गेंद में नाबाद 24 रन बनाए। इंग्लैंड के लिए हेना बेकर, ग्रेस स्क्रीवेंस और एलेक्सा स्टोनहाउस ने एक-एक विकेट लिया।
टॉस जीतकर भारत ने इंग्लैंड को बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया। इंग्लैंड की शुरुआत बेहद खराब रही। तितास साधु ने मैच की चौथी गेंद में ही लिबर्टी हेप को पवेलियन भेज दिया। वह अपना खाता भी नहीं खोल सकीं। साधु ने अपनी ही गेंद पर लिबर्टी का कैच पकड़ा। इसके बाद कप्तान ग्रेस और फियोना हॉलैंड ने इंग्लैंड की पारी को आगे बढ़ाया, लेकिन चौथे ओवर में अर्चना देवी ने दोनों को आउट कर इंग्लैंड को बैकफुट में डाल दिया। ग्रेस चार और हॉलैंड 10 रन बनाकर आउट हुईं।
पूरे टूर्नामेंट में सौम्या तिवारी बल्लेबाजी के औसत में तीसरे स्थान पर, सर्वाधिक चौकों में चौथे स्थान पर, स्कोर में पांचवे स्थान पर व् उच्चतम स्ट्राइक रेट (इनिंग) में भी पांचवें स्थान पर रही।