अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) मनु साहनी अपना कार्यकाल पूरा होने से पहले इस्तीफा दे सकते हैं। एक आडिट फर्म प्राइसवाटरहाउसकूपर्स की आंतरिक जांच में उनका आचरण जांच के दायरे में आने के बाद उन्हें छुट्टी पर भेजा गया है। कथित रूप से साथी कर्मचारियों के साथ कठोर बर्ताव के कारण वह समीक्षा के दायरे में आए हैं।

साथी कर्मचारियों के साथ कठोर बर्ताव के कारण वह समीक्षा के दायरे में आए हैं। आईसीसी बोर्ड के करीबी एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर बताया, ‘उनके कठोर बर्ताव को लेकर आईसीसी के कई कर्मचारियों ने सबूत दिए हैं, जो कर्मचारियों के मनोबल के लिए अच्छा नहीं है।’ साहनी पिछले कुछ समय से ऑफिस नहीं आ रहे हैं और मंगलवार को 56 साल के इस अधिकारी को छुट्टी पर जाने को कहा गया। पता चला है कि नीतियों के संदर्भ में विभिन्न फैसलों को लेकर भी कुछ प्रभावी क्रिकेट बोर्ड के साथ उनके रिश्ते अच्छे नहीं हैं। साहनी को आईसीसी विश्व कप 2019 के बाद डेव रिचर्डसन की जगह 2022 तक सीईओ बनाया गया था।

We are a group of volunteers and starting a new
scheme in our community. Your web site provided us with valuable info
to work on. you’ve done an impressive job and our whole community will
be grateful to you.