अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल महासंघ का भारतीय फुटबॉल महासंघ को जोर का झटका

फुटबॉल की सबसे बड़ी संस्था फेडरेशन ऑफ इंटरनेशनल फुटबॉल असोसिएशन ने मंगलवार को भारत को करारा झटका देते हुए तीसरे पक्ष द्वारा गैर जरूरी दखल का हवाला देकर एआईएफएफ को निलंबित कर दिया। निलंबन के साथ ही भारत से 11 से 30 अक्टूबर के बीच होने वाले अंडर-17 महिला विश्व कप के मेजबानी अधिकार छीन लिए।

सर्वोच्च संस्था की शर्तों के अनुसार अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ के चुनाव कराने पर सहमत हो गई है। इसके साथ ही फीफा की तरफ से ये भी कहा गया कि एआईएफएफ से प्रतिबंध निष्पक्ष चुनाव के बाद हटा दिया जाएगा। फीफा के मुताबिक, एआईएफएफ से प्रतिबंध अब तभी हटाया जाएगा जब इसके अधिकारी पूरा नियंत्रण हासिल कर लेंगे। साथ ही वो इसमें रोजाना होने वाली गतिविधियों पर नजर रखेंगे। बता दें, एआईएफएफ में फिलहाल सुप्रीम कोर्ट की ओर से वही दूसरी और फीफा गठित कमेटी ऑफ एडमिनिस्ट्रेटर्स WORLD CUP के प्रतिबंध (सीओए) का दखल है। सूत्रों ने बताया लगाए जाने कि एआईएफएफ के चुनाव के निर्वाचक 36 प्रख्यात खिलाड़ियों को समिति विश्व फुटबॉल की शामिल नहीं किया जाएगा।

85 साल में पहली बार एआईएफएफ बिना अध्यक्ष के

उल्लेखनीय है कि लंबे समय से अध्यक्ष पद पर कब्जा किए हुए प्रफुल्ल पटेल को सुप्रीम कोर्ट द्वारा 2022 से हटाए जाने के बाद के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि एआईएफएफ प्रेसीडेंट के बिना है। बता दें कि पटेल का प्रेसीडेंट के रूप मे तीसरा कार्यकाल दिसंबर 2020 में ही होता था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट में एक मामला पड़ने के कारण उन्होने अपना पद नहीं छोड़ा था।