पूर्व अन्तर्राष्ट्रीय हाँकी खिलाड़ी , विक्रम पुरस्कार प्राप्त श्री सलीम अब्बासी जी का भोपाल में दुखद निधन

Hockey player Salim Abbasi ji sadly passed away in Bhopal

भोपाल के पूर्व अन्तर्राष्ट्रीय हाँकी खिलाड़ी , विक्रम पुरस्कार प्राप्त श्री सलीम अब्बासी जी का भोपाल में आज दुखद निधन हो गया ।
सलीम अब्बासी जी भोपाल के उस दौर के हाँकी खिलाड़ी रहे जब यह कहावत थी कि “ भारतीय हाँकी टीम से खेल सकते पर भोपाल से खेलना बहुत चुनौतीपूर्ण है। “ भोपाल के समकालीन खिलाड़ी मोहम्मद युसूफ, सलीम अब्बासी , सैयद जलालुद्दीन रिज़वी , मुमताज़ मलिक व सैय्यद ख़ुर्शीद अली भारतीय हाँकी टीम में खेल रहे थे ।मोहम्मद युसूफ व सलीम अब्बासी जी की जोड़ी पूरे देश में धूम मज़ा रही थी ।
अपने जमाने देश के श्रेष्ठ राइट इन खिलाड़ियों में शुमार रहे सलीम अब्बासी शानदार खिलाड़ी तो थे ही साथ में आपमें ज़बरदस्त फ़ाइटिंग स्प्रीट व जुझारूपन भी था ।वर्ष 1987-88 का वह दौर जब सलीम भाई को मुँह का कैंसर हो गया था और वह आपरेशन के बाद इस गंभीर बीमारी को मात देते हुए ओबैदुल्ला गोल्ड कप में अपनी टीम भेल भोपाल को सेमीफ़ाइनल तक ले गए थे । तत्समय ओबेदुल्ला गोल्ड कप के लोकल रांउड में लगभग 120 टीम खेलती थी वरीयता की 2 टीम आल इंडिया राउंड खेलती थी । मेरी टीम ने 1988-89 में ऑल इंडिया रांउड के लिए जब क्वालिफ़ाई किया तो सलीम भाई ने सभी युवा खिलाड़ियों को बधाई देते हुए ऑल इंडिया रांउड में बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित किया ।
वर्ष 1991-92 में जब ऐशबाग हाँकी स्टेडियम ऐस्ट्रो टर्फ़ लगने के चलते बंद कर दिया गया था तो भोपाल के चंद हाँकी मैदान में भेल खेल प्राधिकरण का सबसे अच्छा मैदान खिलाड़ियों के लिए बचा था ।भेल प्रबंधन ने भेल अधिकारी/ कर्मचारियों के परिवार के अतिरिक्त बाहर के खिलाड़ियों का प्रवेश निषेध कर दिया था । भेल के बाहर के खिलाड़ी हम लोगों ने सलीम भाई से खेलने की अनुमति का अनुरोध किया तो सलीम भाई ने सहजता से नया रास्ता बनाते हुए भेल की टीम का मैच बाहरी टीम से कराते हुए भोपाल के खिलाड़ियों को खेलने के अवसर निर्मित किए ।
पिछले कुछ समय से सलीम भाई पुनः कैंसर से लड़ रहे थे ।
आज सलीम भाई ने अंतिम साँस ली , एक और बेहतरीन खिलाड़ी इस दुनिया से विदा हो गया ।
सलीम भाई का दुखद निधन देश व प्रदेश के खेल जगत की अपूरणीय क्षति है । प्रभु से प्रार्थना है कि सलीम भाई की आत्मा को शांति प्रदान करें व परिवार सहित सभी को दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें ।