दी ओरिएण्टल स्कूल में आज़ादी का अमृत महोत्सव

आज़ादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत “हमारा समाज़, हमारी जिम्मेदारी” कार्यक्रम में दी ओरिएण्टल स्कूल में राष्ट्रपति सम्मान पुरस्कार से सम्मानित स्व. मारोतिराव मांडले को याद करके उनका सम्मान किया गया। इस सम्मान को उनके सुपुत्र ने ग्रहण किया।

कार्यक्रम की शुरुआत भारत माता के वंदन से, माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन से हुई। छात्राओं ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की।

इसी कड़ी में माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के पूर्व कुलाधि सचिव एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ साकेत नगर के संघ संचालक , श्री लाजपत जी आहूजा द्वारा, बच्चों के लिए एक प्रबोधन का आयोजन किया गया था।

श्री आहूजा ने बच्चों को इतिहास को जानने के लिये स्कूल की किताबों के अलावा, अन्य पुस्तकें भी पढ़ने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि हमें देश की संस्कृति और सभ्यता को जानने कोशिश करनी चाहिए। श्री आहूजा ने बच्चों द्वारा संस्कृत में भारत वंदन सुन कर प्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि युवाओ के सहारे के बिना कोई भी पीढ़ी आगे नहीं बढ़ पाती। स्वतंत्रता संघर्ष के विषय में बताते हुए उन्होंने कहा कि हमें शिवाजी की तरह, समय से आगे की सोच रखना होगा।