मध्य प्रदेश राज्य जूनियर एवम यथू online शतरंज़ प्रतियोगिता प्रारम्भ


खेल संचालक ने किया उदघाटन

Sports Edge : मध्य प्रदेश शतरंज़ संघ के तत्वावधान में 5 से 25 जून 2021 तक मध्य प्रदेश राज्य शतरंज चैंपियनशिप 2021 का आयोजन प्रारम्भ हो गया| यह प्रतियोगिता अंडर 10 12 14 16 18 आयु वर्ग समूह में open वा girls समहू में खेली जा रही है जिससे चयनित प्रथम २ खिलाड़ी प्रत्येक समूह से राष्ट्रीय प्रतियोगिता में मध्य प्रदेश राज्य का प्रतिनिधित्व करेंगे। इसमें कुल 150 खिलाड़ी भाग ले रहे है। आज प्रतियोगिता का उदघाटन देश के खेल संचालक पवन जैन, (आईपीएस) द्वारा मध्य प्रदेश शजरंज संघ के पदाधिकारियों की उपस्थिति में किया गया है। अंडर 18 आयु वर्ग समूह में आज खेले गये तीन चक्रों की समाप्ति पर आयुष शर्मा, प्रखर बजाज, सुस्रत कागड़े, अभिराज तवर, आदित्य तिवारी एवं दर्श कंसल तथा बालिका वर्ग में सेरा डगरिया, वर्षिता जैन, नित्यता जैन, मन्दाकिनी मिश्रा, आर्य गुर्जर, अविका पंवार आगे चल रहे है। खेल संचालक ने अपने उद्बोधन में कहा कि-

खेलों से कैरियर का निर्माण :
संचालक और युवा कल्याण पवन जैन ने कहा कि शतरंज खेल बुद्धिजीवियों का खेल माना जाता है। उन्होंने विश्व के श्रेष्ठतम शतरंज खिलाड़ियों का उदाहरण देते हुए कहा कि चैस को माइंड गेम भी कहा गया है जिसके कई खिलाड़ी बहुत बुद्धिमान आंके गए हैं। उन्होंने कहा कि शतरंज खेल में भारत की चमक और धमक बनाने वाले खिलाड़ियों में विश्व चैंपियन विश्वनाथन आनंद और कोनेरू हंपी शामिल है। देश के खिलाड़ी जब शीर्ष पर जाते हैं तो उन्हें मान सम्मान और पुरस्कार मिलता ही है। खिलाड़ी खेलों से अपना कैरियर बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना काल ने हमें बहुत कुछ सिखाया भी है। हमने आपदा और मुसीबत को अवसर में बदलने की कोशिश की है और यही कारण है कि चैंपियनशिप ऑनलाइन हो रही है। खेल संचालक ने कहा कि खिलाड़ियों के लिए मैं हमेशा से कहता रहा हूं कि खिलाड़ी गीत है, ग़ालिब की ग़ज़ल है, गंगा है। सुनाते हमे जो जन-गण खिलाड़ी वह तिरंगा है।

सांसे हो रही कम पेड़ लगाए हम :
खेल संचालक पवन जैन ने दो दिवसीय ऑनलाइन चैंपियनशिप में भागीदारी कर रहे खिलाड़ियों सभी ऑर्बिटरों और आयोजन समिति के पदाधिकारियों विश्व पर्यावरण दिवस कि बधाई देते हुए सभी से आग्रह करते हुए कहा कि वे एक पौधा अवश्य लगाएं। उन्होंने कहा कि दुनिया को हरा-भरा रखेंगे तो कोई वायरस संक्रमित नहीं कर पाएग। अंत में उन्होंने अपनी बात इन पंक्तियों के साथ समाप्त किया :
दिन नूर भरा रात सितारों भरी रहे, आंखों में नमी और दिलों में दिलबरी रहे। फूलों भरा चमन हो,सितारों भरा गगन। आओ दुआ करें यह दुनिया हरी रहे।