महज़ 14 सितंबर को ही ‘हिन्दी–दिवस’ मनाने से काम नहीं चलने वाला। हिन्दी हमारी पहचान है, यह हमारे देश की पहचान पूरी दुनिया में कराती है इसलिए यह पर्व राष्ट्रीय पर्व की तरह मनाया जाना चाहिए तभी इस पर्व की महत्ता रहेगी। यह बात ‘हिन्दी–दिवस’ पर आदित्य बिरला सीनियर सेकेंडरी स्कूल के सभागृह में आयोजित समारोह में प्राचार्या ‘लेफ्टिनेंट शिखा ...