हिन्दी के महत्व पर स्लोगन प्रतियोगिता
शास. मोतीलाल विज्ञान महाविद्यालय, भोपाल में दिनांक 16- 9- 25 को म०प्र० शासन, उच्चशिक्षा विभाग, भोपाल के निर्देशानुसार त्रैमासिक कैलेंडर की गतिविधियों में भारतीय ज्ञान परंपरा एवं हिन्दी दिवस के संयुक्त कार्यक्रम के अंतर्गत विद्यार्थियों के लिये हिन्दी के महत्व पर स्लोगन प्रतियोगिता, हिन्दी साहित्यकारों की रचनाओं का पाठ, हिन्दी साहित्य एवं भारतीय ज्ञान परंपरा पर आधारित प्रश्नोत्तरी के साथ – साथ एक पुस्तक प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया। माँ सरस्वती के पूजन और दीप प्रज्जवलन के उपरांत सर्वप्रथम महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. गीता मोदी ने भारतीय ज्ञान परंपरा की पुस्तक प्रदर्शनी का विधिवत उद्घाटन किया । इस प्रदर्शनी में रामायण, महाभारत के साथ अनेक पुराण, गीता तथा भारतीय ज्ञान – विज्ञान, संस्कृति के साथ अन्य महत्वपूर्ण पुस्तकें प्रदर्शित की गई।
भारतीय ज्ञान परंपरा प्रकोष्ठ की सह संयोजक डॉ. सुमन अग्रवाल ने कार्यक्रम की रुपरेखा पर प्रकाश डालते हुए विश्व में हिन्दी के स्थान को रूपांकित किया , साथ ही राजभाषा के साथ हिन्दी भाषा को राष्ट्रभाषा के रूप में भी आधिकारिक रुप से घोषित किए जाने की बात कही। प्राचार्य डॉ. गीता मोदी ने विद्यार्थियों का उत्साह वर्द्धन करते हुए कहा कि हिन्दी बहुत समृद्ध और सहज भाषा है, इसे बोलने में गौरव का अनुभव करना चाहिये । यह हमारी पहचान है।
कार्यक्रम के प्रारंभ में काव्यपाठ के अंतर्गत अनेक विद्यार्थियों ने स्वरचित काव्य के साथ – साथ प्रसिद्ध कवियों की रचनाओं का पाठ किया जिनमें उन्होंने बड़े ही ओजस्वी स्वर में दिनकर की रश्मिरथी, निराला की राम की शक्तिपूजा, प्रसाद की कामायनी, भारतेंदु हरिश्चंद्र की प्रसिद्ध कविता- ‘निज भाषा उन्नति अहै’ के साथ सूर, तुलसी और कबीर के दोहे भी प्रस्तुत किये। इस प्रतियोगिता में 17 विद्यार्थियों ने प्रतिभागिता की जिनमें स्वरचित काव्य में प्रियांश साहू प्रथम,हिमांगिनी शिप्रे द्वितीय एवं जयश्री ठाकरे ने तृतीय स्थान प्राप्त किया । दिनकर की प्रसिद्ध रचना रश्मिरथी के सस्वर पाठ में कपिल यादव ने प्रथम , सिद्धांत त्रिपाठी ने द्वितीय एवं आदर्श ठाकरे तथा प्रणव पटेल ने तृतीय स्थान प्राप्त किया । स्लोगन प्रतियोगिता में अभिजीत सिंह पटेल प्रथम, यश चौकसे द्वितीय एवं प्रणव पटेल ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
हिन्दी साहित्य एवं भारतीय ज्ञान परंपरा से संबंधित प्रश्नोत्तरी में 21 विद्यार्थियों ने भागीदारी की जिनके चार समूह – उर्वशी, यामा, परिमल एवं कामायनी बनाए गए। इस प्रतियोगिता में बच्चों का उत्साह देखते ही बनता था। उन्होंने बड़ी तत्परता से सभी प्रश्नों के उत्तर दिए । इस प्रतियोगिता में उर्वशी टीम प्रथम घोषित की गई जिसके प्रतिभागी विद्यार्थी अनुपमा पटेल, अभिजीत सिंह पटेल, राहुल कांबले, तनिष्का चौरसिया एवं सिद्धांत त्रिपाठी थे। प्रश्नोत्तरी में द्वितीय स्थान पर टीम कामायनी एवं तृतीय स्थान पर टीम यामा रही।
इस कार्यक्रम में प्राचार्य डॉ. गीता मोदी, डॉ.रश्मि आहूजा, डॉ अशोक गुप्ता, डॉ आर. एस. रघुवंशी, डॉ महेश दुबे, डॉ रजा, डॉ अलका प्रधान, डॉ सुषमा जैन, डॉ सुरभि श्रीवास्तव, डॉ सुषमा दुराफे आदि अनेक प्राध्यापकों सहित समिति के सदस्य डॉ पी. सी. माथुर,डॉ भारती कुमार, डॉ नीरजा बाटले, डॉ मनीषा सिंह, डॉ लक्ष्मी बरेलिया, डॉ प्रियंका राज, डॉ प्रियंका ओंकार, डॉ रीना अग्रवाल, डॉ नम्रता पवैया, श्री ब्रजेश नामदेव उपस्थित रहे । कार्यक्रम में बड़ी संख्या में विद्यार्थियों ने भागीदारी की।